Oracle Financial Services Share Price : आईटी सेक्टर की जानी-मानी कंपनी Oracle Financial Services Software Limited (OFSS) ने वित्त वर्ष 2026 की दूसरी तिमाही (Q2 FY26) के नतीजे जारी किए हैं। इस बार कंपनी के मुनाफे में गिरावट दर्ज की गई है, लेकिन इसके बावजूद कंपनी ने निवेशकों को खुश करते हुए 2600% अंतरिम डिविडेंड देने की घोषणा की है। कंपनी ने इस बंपर डिविडेंड के साथ अपने मजबूत बिजनेस फंडामेंटल्स और दीर्घकालिक स्थिरता का संकेत दिया है।
Oracle Financial Services Q2FY26
30 सितंबर 2025 को समाप्त तिमाही में Oracle Financial Services का कंसोलिडेटेड नेट प्रॉफिट सालाना आधार पर 5.5% घटकर ₹546.1 करोड़ पर आ गया है, जबकि पिछले साल की समान अवधि में यह ₹577.7 करोड़ था। हालांकि, मुनाफे में कमी के बावजूद कंपनी ने परिचालन आय (Operating Revenue) में 6.9% की वृद्धि दर्ज की है, जो ₹1,788.8 करोड़ तक पहुंच गई। कुल आय (Total Income) में भी 4.3% की वृद्धि होकर ₹1,855.1 करोड़ दर्ज की गई है। वहीं, कंपनी की ऑपरेटिंग इनकम ₹731 करोड़ रही, जो पिछले साल के ₹724.4 करोड़ की तुलना में मामूली 1% कम है।
Oracle Financial Services Share Price Analysis
कंपनी ने अपने निवेशकों के लिए एक बंपर डिविडेंड की घोषणा की है। रेगुलेटरी फाइलिंग के अनुसार, बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने ₹5 फेस वैल्यू वाले प्रत्येक इक्विटी शेयर पर ₹130 यानी 2600% अंतरिम डिविडेंड देने का फैसला किया है।
कंपनी ने बताया कि डिविडेंड भुगतान की रिकॉर्ड डेट 3 नवंबर 2025 तय की गई है, और डिविडेंड का भुगतान 15 नवंबर 2025 तक या उससे पहले किया जाएगा। यह फैसला निवेशकों के लिए राहतभरी खबर है, खासकर तब जब कंपनी के मुनाफे में हल्की गिरावट देखी गई है।
Oracle Financial Services Share Price Performance
कंपनी के सीईओ मकरंद पाडलकर ने बताया कि Oracle Financial Services के पास फिलहाल ₹6,349 करोड़ की ऑर्डर बुक है। यह ऑर्डर बुक कंपनी की भविष्य की ग्रोथ और मजबूत बिजनेस पाइपलाइन का संकेत देती है।
कंपनी बैंकिंग और फाइनेंशियल सेक्टर के लिए सॉफ्टवेयर सॉल्यूशंस प्रदान करती है, और डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन की बढ़ती मांग के चलते आने वाले वर्षों में इसके राजस्व में वृद्धि की संभावना बनी हुई है।
Oracle Financial Services Business Model
पिछले कुछ सत्रों में Oracle Financial Services Share Price में गिरावट देखी गई है। शुक्रवार को बीएसई पर शेयर ₹8,782.30 पर बंद हुआ, जो 0.15% की हल्की गिरावट दर्शाता है। वहीं, एनएसई पर स्टॉक 5.41% टूटकर ₹8,755 पर बंद हुआ। पिछले एक वर्ष में कंपनी का शेयर लगभग 23.89% तक टूटा है, और यह साल की शुरुआत से अब तक 30.68% गिर चुका है। हालांकि, पिछले 6 महीनों में स्टॉक ने 7.65% का रिटर्न भी दिया है। कंपनी का 52 वीक हाई ₹13,220 और 52 वीक लो ₹7,038 रहा है।
बाजार विश्लेषकों का मानना है कि डिविडेंड घोषणा से शेयर में निवेशकों की दिलचस्पी फिर से बढ़ सकती है। साथ ही, मजबूत ऑर्डर बुक और बढ़ते रेवेन्यू के कारण स्टॉक के लंबी अवधि में रिकवरी की उम्मीद है।
Oracle Financial Services Growth
हालांकि नेट प्रॉफिट में कमी आई है, लेकिन रेवेन्यू ग्रोथ कंपनी के प्रदर्शन का सकारात्मक पहलू रही। FY26 की दूसरी तिमाही में कंपनी का परिचालन राजस्व सालाना आधार पर 6.9% बढ़ा है, जो यह दर्शाता है कि Oracle Financial Services अपने कोर ऑपरेशंस में लगातार सुधार कर रही है। वित्तीय सेवा सॉफ्टवेयर उद्योग में प्रतिस्पर्धा के बावजूद कंपनी की स्थिरता और ऑर्डर बुक की मजबूती निवेशकों के लिए भरोसेमंद संकेत हैं।
Oracle Financial Services Share Price Investment Plan
Oracle Financial Services आने वाले वर्षों में अपने डिजिटल और क्लाउड-बेस्ड बैंकिंग सॉल्यूशंस पर ज्यादा ध्यान केंद्रित करने की योजना बना रही है। ग्लोबल बैंकों और फाइनेंशियल इंस्टिट्यूशंस की डिजिटल डिमांड बढ़ने से कंपनी को नए क्लाइंट्स और प्रोजेक्ट्स मिलने की संभावना है। कंपनी की मजबूत बैलेंस शीट और उच्च कैश रिजर्व इसे भविष्य के विस्तार के लिए बेहतर स्थिति में रखती है।
Conclusion
मुनाफे में मामूली गिरावट के बावजूद Oracle Financial Services Share Price निवेशकों के लिए आकर्षक बना हुआ है। कंपनी का 2600% डिविडेंड और ₹6,349 करोड़ की ऑर्डर बुक यह दर्शाती है कि Oracle अभी भी भारतीय आईटी सेक्टर की मजबूत कंपनियों में से एक है। लंबी अवधि के निवेशक के लिए यह स्टॉक स्थिर रिटर्न और भरोसेमंद ग्रोथ का अच्छा अवसर साबित हो सकता है, खासकर तब जब कंपनी अपने क्लाइंट बेस और डिजिटल सॉल्यूशन सेगमेंट में विस्तार जारी रखे हुए है।